
रूस के सैन्य प्लान पर बड़ा खुलासा
रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन को लेकर रोज-रोज नए खुलासे हो रहे हैं. यूक्रेक राष्ट्रपति वोल्दोमीर जेलेंस्की ने एक तरफ जहां पुतिन पर बीजिंग के नागरिकों को युद्ध में घसीटने का आरोप लगाया है. वहीं यूक्रेन का कहना है कि चीन के नागरिकों को अपने सैन्य इकाई में शामिल करने के लिए रूस हर महीने विशेष अभियान चलाता है.
द कीव इंडिपेंडेंट के मुताबिक यूक्रेन ने जिन 2 चीनी नागरिकों को पकड़ा है, उसने रूस के सैन्य अभियान को लेकर बड़ा खुलासा किया है. इन चीनी नागरिकों का कहना है कि रूस की सेना में भर्ती होने के लिए 20 लाख रुपए मिलते हैं.
भर्ती के बाद बाहर निकलना मुश्किल
रिपोर्ट के मुताबिक यूक्रेन की सेना ने जिनशियांग और हेनान प्रांत के रहने वाले दो चीनी नागरिकों को बंधक बनाया है. इन दोनों नागरिकों का कहना है कि वो वापस चीन लौटना चाहता है. इन नागरिकों ने रूसी अभियान को लेकर खुलासा किया है. चीनी नागरिकों का कहना है कि रूस में बकायदा किराए के सैन्य भर्ती के लिए अभियान निकाला जाता है.
इस अभियान के तहत बाहर के नागरिकों का मेडिकल टेस्ट कराया जाता है. मेडिकल टेस्ट में फिट होने के बाद उसे सेना में भर्ती कर लिया जाता है. रूस की सेना इस दौरान एक बॉन्ड पर भी साइन करवाती है. बॉन्ड पर साइन करवाने के वक्त किराए के सैनिकों को 20 लाख रुपए देती है.
पकड़े गए चीनी नागरिकों के मुताबिक एक बार सेना में आने के बाद बाहर निकलना मुश्किल है. अगर युद्ध में आप नहीं मरते हैं तो रूस की सेना आपको मार देती है.
लैंग्वेज और अटैक करने की ट्रेनिंग दी गई
यूक्रेन की गिरफ्त में आए इन चीनी नागरिकों का कहना है कि सेना में भर्ती कराने के लिए कई दलाल मॉस्को में सक्रिय हैं, जो 2 लाख रुपए तक कमीशन लेते हैं. ये दलाल उन लोगों को चीन से खोज कर लाते हैं जो नौकरी की तलाश में है.
यूक्रेन का कहना है कि जंग के मैदान में वर्तमान में 168 चीनी नागरिक सक्रिय हैं. इसके अलावा उत्तर कोरिया और ईरान के लोग भी रूस की तरफ से लड़ते हैं. इन लड़ाकों को ट्रेंड करने के लिए लैंग्वेज और अटैक करने की ट्रेनिंग दी जाती है.