
पाकिस्तान की कुंडली.
उरी, पुलवामा और अब पहलगाम का बदला… देर रात डेढ़ बजे पाकिस्तान और PoK के 9 आतंकी ठिकानों पर भारत ने एयर स्ट्राइक की. पाकिस्तान भारत की इस कार्रवाई से डरा हुआ है. लेकिन ज्योतिष की मानें तो पाकिस्तान के साथ आने वाले दिनों में और भी बहुत कुछ बुरा होने वाला है. पाकिस्तान के टुकड़ों में बंटने के भी योग बन रहे हैं. वहीं भारत की कुंडली में जो योग चल रहे हैं उसके मुताबिक, सितंबर महीने में भारत की ख्याति और ज्यादा बढ़ेगी.
ज्योतिष के मुताबिक, पाकिस्तान की कुंडली में शुक्र की अंतर्दशा और चंद्रमा की महादशा चल रही है. इसके साथ ही शुक्र मारकेश होकर पाकिस्तान को बर्बाद करने के लिए तैयार है. ऐसे में यह संभव है कि बहुत जल्द पाकिस्तान का अस्तित्व दुनिया के नक्शे से मिट जाएगा. 14 मई के बाद बृहस्पति का गोचर मिथुन राशि में हो जाएगा. गुरु का गोचर जैसे ही मिथुन राशि में होगा तो पाकिस्तान की कुंडली में अंग-भंग नाम का एक योग बनेगा जो पाकिस्तान को नष्ट करेगा.
गुरु और बृहस्पति का अतिचारी होना पाकिस्तान के लिए खतरनाक साबित होगी. पंचग्रही योग, कालसर्प योग के प्रभाव से पाक बहुत बड़ा नुकसान होगा. मंगल के महादशा में मंगल की अंतर्दशा की स्थिति में भारत और पाकिस्तान के बीच और दूरियां बढे़ंगी. मंगल क्रोध और रक्त का कारक होता है, इसलिए ऐसे में पाकिस्तान की धरती खून से लाल हो जाएगी. ज्योतिष के मुताबिक, 1 सितंबर 2025 से पहले ही पाकिस्तान 2 टुकड़ों में बंट जाएगा.
महायुद्ध जैसे हालात बनेंगे
बहुत जल्द खप्पड़ योग नामक खतरनाक योग बनेगा जो पाकिस्तान के लिए बहुत बड़ा संकट पैदा करेगा. इतनी ही नहीं, यह योग इतना खतरनाक है कि इससे प्रभाव से महायुद्ध जैसे हालात बनेंगे और पाक को बर्बाद कर देंगे.
भारत की स्थिति होगी मजबूत
वहीं, दूसरी तरफ भारत की कुंडली वृषभ लग्न की है. भारत की कुंडली में इस वक्त सूर्य की अतंर्दशा चल रही है और सूर्य कुंडली में चौथे भाव के स्वामी हैं. इसके साथ ही चंद्रमा की दशा में सूर्य की अंतर्दशा भारत की कुंडली में है. ऐसे में सितंबर 2025 में भारत की ख्याति और बढ़ेगी और ये समय भारत के भाग्योदय का होगा. भारत का जमीनी क्षेत्रफल भी बढ़ेगा. भारत की राशि मकर है और इस वक्त ग्रहों की स्थिति भारत के लिए बेहद अनुकूल और सकारात्मक है. मई के महीने में 3 बड़े ग्रह अपनी-अपनी चाल में बदलेंगे. ऐसे में ग्रहों की ये स्थिति पाकिस्तान को भयानक आर्थिक और सैन्य संकट में डाल देगा. जबकि, भारत के लिए मजबूत स्थिति के संकेत हैं.