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न बम गिरा, न मिसाइल… फिर देखते ही देखते ईरान में कैसे मर गए 700 लोग?

ईरान में हाल ही में हुए भीषण सड़क हादसों ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया है सिर्फ 17 दिनों में 700 से ज्यादा लोगों की मौत हो गई, जबकि हजारों लोग घायल हुए हैं. यह मौतें न तो किसी युद्ध का नतीजा हैं और न ही किसी आतंकी हमले की वजह से हुई हैं, बल्कि यह देश की बदहाल सड़कों, लापरवाह ड्राइविंग और घटिया गाड़ियों का नतीजा है. ईरान के ट्रैफिक पुलिस प्रमुख ब्रिगेडियर जनरल तैयमूर हुसैनी के मुताबिक, 14 मार्च से 31 मार्च के बीच 704 लोगों की मौत सड़क दुर्घटनाओं में हो गई.

पुलिस आंकड़ों के अनुसार, इस अवधि में कुल 84,000 सड़क दुर्घटनाएं हुईं, जिनमें से 582 बेहद घातक रहीं. इसके अलावा, 16,000 से अधिक लोग घायल हुए हैं. ईरान में हर साल नवरोज यानि ईरानी नए साल की छुट्टियों के दौरान बड़ी संख्या में लोग यात्रा करते हैं, जिससे सड़क दुर्घटनाओं में तेजी आ जाती है. इस साल भी ऐसा ही हुआ, जब पूरे देश में 400 मिलियन से अधिक वाहनों की आवाजाही दर्ज की गई.

लापरवाही के कारण इतनी मौतें

ईरान के कर्मान इलाके में सबसे अधिक 65 मौतें दर्ज की गईं. इसके बाद फारस, खोरासान रजवी, खुजेस्तान और सिस्तान-बलूचिस्तान प्रांतों में भी भारी सड़क दुर्घटनाएं हुईं. ट्रैफिक पुलिस के अनुसार, लगभग 50% दुर्घटनाएं ड्राइवरों की लापरवाही और सड़क पर ध्यान न देने के कारण हुईं. वहीं, अचानक लेन बदलने और वाहन पर नियंत्रण खोने जैसी गलतियों ने 15% से अधिक हादसों को जन्म दिया.

इंफ्रास्ट्रक्चर पर भी उठे सवाल

विशेषज्ञों का कहना है कि ईरान में सड़क दुर्घटनाओं के पीछे कई कारक जिम्मेदार हैं. इनमें खराब सड़कें, पुरानी और कमजोर गाड़ियों का इस्तेमाल, ट्रैफिक नियमों का पालन न करना और यात्रा के दौरान थकान से वाहन चलाने वाले ड्राइवरों की लापरवाही शामिल है. हालांकि, सरकार ड्राइवरों की गलतियों को ही हादसों की मुख्य वजह बताती रही है, लेकिन खराब सड़क इंफ्रास्ट्रक्चर और वाहनों की गुणवत्ता पर कम ध्यान दिया जाता है.

ट्रैफिक नियम भी एक बड़ा कारण

हालांकि, यह कोई पहली बार नहीं हुआ है. हर साल नवरोज के मौके पर ईरान में सड़क दुर्घटनाओं का ग्राफ तेजी से बढ़ता है. बावजूद इसके, सरकार सड़क सुरक्षा उपायों में कोई ठोस बदलाव नहीं कर पाई है. यातायात विशेषज्ञों का मानना है कि यदि ईरान में सड़कों की गुणवत्ता सुधारी जाए, ट्रैफिक नियमों को सख्ती से लागू किया जाए और वाहनों की तकनीकी स्थिति को मजबूत किया जाए, तो ऐसे हादसों में कमी लाई जा सकती है. लेकिन जब तक इन बुनियादी समस्याओं का समाधान नहीं होगा, तब तक ईरान में सड़क दुर्घटनाएं यूं ही जानलेवा बनी रहेंगी.

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