
जॉर्जिया यूएस सीनेट
जहां एक तरफ पाकिस्तान और बांग्लादेश जैसे देशों में हिंदुओं के खिलाफ हिंसा की खबरें सामने आती रहती हैं, वहीं जॉर्जिया में इसके विपरीत हिंदुओं के समर्थन में एक खास फैसले की तरफ आगे बढ़ा गया है. जॉर्जिया ने हिंदूफोबिया और हिंदू विरोधी कट्टरता को औपचारिक मान्यता देने वाला विधेयक प्रस्ताव को पेश किया है.
यह अगर पेश किया गया ये विधेयक कानून बन जाता है, तो यह जॉर्जिया के दंड संहिता में संशोधन किया जाएगा. संशोधन में हिंदूफोबिया स्पष्ट रूप से परिभाषित होगा और कानून प्रवर्तन एजेंसियों को अमेरिका में हिंदुओं के खिलाफ घृणा और अपराधों के खिलाफ उचित कार्रवाई करने का निर्देश देगा.
हिंदुओं के लिए अपमानजनक रवैये के नजरिये को करेगा साफ
रिपब्लिकन सीनेटर शॉन स्टिल और क्लिंट डिक्सन, डेमोक्रेटिक सीनेटर जेसन एस्टेव्स और इमैनुएल डी जोन्स ने मिलकर इस कानून का समर्थन किया है. सीनेट बिल 375 जॉर्जिया कोड में एक नया प्रावधान जोड़ने का प्रयास करता है जो हिंदूफोबिया को हिंदू धर्म के प्रति विरोधी, बुरे और अपमानजनक नजरिये और व्यवहार के एक समूह के रूप में परिभाषित करता है. यह राज्य और स्थानीय प्रवर्तन एजेंसियों को मौजूदा भेदभाव विरोधी कानूनों को लागू करने में हिंदूफोबिया को शामिल करने का निर्देश देगा.
उत्तरी अमेरिका के हिंदुओं के गठबंधन (CoHNA) ने कहा कि जॉर्जिया ऐसा विधेयक पेश करने वाला पहला राज्य बन गया है और यदि यह पारित हो जाता है, तो यह एक बार फिर इतिहास बनाएगा. हमें इस अहम विधेयक पर सीनेटर शॉन स्टिल के साथ मिलकर काम करने पर गर्व है और जॉर्जिया और संयुक्त राज्य अमेरिका में हिंदू समुदाय की जरूरतों का समर्थन करने के लिए सीनेटर इमैनुएल जोन्स, सीनेटर जेसन एस्टेव्स और सीनेटर क्लिंट डिक्सन के साथ उनका धन्यवाद करते हैं.
दुनिया के सबसे पुराने धर्मों में से एक हिंदू धर्म
यह कदम अप्रैल 2023 में रखी गई नींव पर आधारित है, जब जॉर्जिया ने हिंदूफोबिया और हिंदू विरोधी कट्टरता की निंदा करते हुए एक प्रस्ताव पारित किया था. उस प्रस्ताव में हिंदू धर्म को दुनिया के सबसे पुराने धर्मों में से एक माना गया था, जिसके 100 से ज़्यादा देशों में 1.2 बिलियन से ज़्यादा मानने वाले लोग हैं.
इस प्रस्ताव का नेतृत्व रिपब्लिकन प्रतिनिधि लॉरेन मैकडोनाल्ड और टॉड जोन्स ने किया, जो फ़ोर्सिथ काउंटी का प्रतिनिधित्व करते हैं, जो जॉर्जिया के सबसे बड़े हिंदू और भारतीय-अमेरिकी समुदायों में से एक है. हिंदू वकालत समूहों और धार्मिक नेताओं द्वारा व्यापक रूप से स्वागत किए गए इस प्रस्ताव का उद्देश्य अमेरिकी समाज में हिंदुओं के योगदान को सुनिश्चित करना है. साथ ही हिंदुओं को निशाना बनाकर की जाने वाली अभद्र भाषा और हिंसा की घटनाओं की निंदा करना था.
2023-2024 प्यू रिसर्च सेंटर धार्मिक परिदृश्य अध्ययन के अनुसार, संयुक्त राज्य अमेरिका में लगभग 2.5 मिलियन हिंदू हैं, जो राष्ट्रीय आबादी का लगभग 0.9 प्रतिशत हैं. इनमें से 40,000 से अधिक जॉर्जिया में रहते हैं.