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नाटो का साथ मिलने के बाद यूक्रेन ने बदला हमले का पैटर्न, मचा दी रूस में तबाही

नाटो का साथ मिलने के बाद यूक्रेन ने बदला हमले का पैटर्न, मचा दी रूस में तबाही

यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की, और रूस के राष्ट्रपति पुतिन

24 घंटे में ही यूक्रेन ने रूस से बदला ले लिया और बदला भी ऐसा लिया, जिससे पूरा रूस दहल गया. इस साल ये तीसरा सबसे बड़ा हमला है, जिससे रूस में भारी तबाही मची है. नाटो का साथ मिलने के बाद से यूक्रेन रूस पर ताबड़तोड़ हमले कर रहा है. यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की ने रूस पर हमले का पैटर्न बदला है. इसके लिए ब्लूप्रिंट फ्रांस और ब्रिटेन ने तैयार किया है, जो तेवर जेलेंस्की के हैं उससे साफ है कि युद्ध लंबा खिंचेगा और रूस पर हमले आगे भी होते रहेंगे.

अब सवाल उठ रहा है कि रूस बौखलाकर नाटो देशों पर हमला ना कर दे. अगर ऐसा हुआ तो यूरोप में परमाणु विनाश कोई नहीं रोक सकता. रूस में विनाश का सबसे खौफनाक अध्याय आरंभ हो चुका है. अब यूक्रेन इतने विध्वंसक हमले कर रहा है. जैसे उसने पिछले साल भी नहीं किए थे.

यूक्रेन ने 200 ड्रोन से रूस में भारी तबाही मचाई

अब कुर्स्क के बाद बेलगोरोद में भी यूक्रेन की सेना घुस चुकी है. कुर्स्क और बेलगोरोद दोनों ही जगह भारी तबाही मचाई है. इसके अलावा सरहद के पास वाले इलाकों पर भी ड्रोन स्ट्राइक की जा रही है, जिससे लोग वहां से भाग जाएं और यूक्रेन आसानी से कब्जा कर ले. इस हमले का ब्लूप्रिंट नाटो ने तैयार किया है. इसीलिए यूक्रेन इतना बड़ा हमला करने में कामयाब हुआ है.

ये इस साल का तीसरा सबसे बड़ा हमला है. यूक्रेन ने 200 ड्रोन से रूस में भारी तबाही मचाई. रूस के एनर्जी सेक्टर को ध्वस्त कर दिया. ड्रोन के अलावा फाइटर जेट से भी बमबारी की गई. यूक्रेन ने SDB, JDAM-ER और AASM बम से हमले किए. यूक्रेन इसे स्पेशल मिलिट्री ऑपरेशन कह रहा है. कई घंटे तक रूस में ड्रोन अटैक करते रहे. इस बार यूक्रेन में मौजूद रूसी पोस्ट को टारगेट किया गया. इस बार लॉन्ग रेंज ड्रोन का इस्तेमाल किया. साथ ही हमले के लिए स्पेशल कमांडो रूस में घुस चुके हैं

एक टुकड़ी कुर्स्क और बेलगोरोद में घुसी

स्पेशल ऑपरेशन के लिए रूस में यूक्रेन के स्नाइपर घुस गए. अभी एक टुकड़ी कुर्स्क और बेलगोरोद में घुसी है. आगे ये रूस में प्रॉक्सी हमले कर सकते हैं क्योंकि इन्हें इसी तरह की ट्रेनिंग मिली है, जिससे भेष बदलकर भारी तबाही मचा सकते हैं. बात यहीं खत्म नहीं होती, हमले के लिए JDAM बम का इस्तेमाल हुआ. रूस के कई शहरों में इसी तरह की तबाही हुई है. एक इमारत के पास हुए धमाके के बाद भारी नुकसान हुआ. विस्फोट होने के बाद कई वाहन चल गए, जबकि रात भर इसी तरह हमले यूक्रेन करता रहा.

यूरोप के 30 देश यानी अमेरिका को छोड़कर नाटो के सभी देश यूक्रेन का साथ देने के लिए तैयार हैं. कीव में रूस के खिलाफ चक्रव्यूह रचने के लिए मीटिंग होने जा रही है, जहां तय होगा कि नाटो फ्रंटलाइन पर आएगा या बैकबोन बनकर यूक्रेन को सपोर्ट करेगा. नाटो के साथ आने से जेलेंस्की का हौसला बढ़ा हुआ इसीलिए वो रूस पर ताबड़तोड़ हमले कर रहा है. इस बार उसने FPV यानी फर्स्ट पर्सन व्यू ड्रोन से ज्यादातर हमले किए. इस ड्रोन की रेंज 40 किलोमीटर होती है. ये हल्का होता है और इसकी कीमत भी काफी कम होती है इसलिए यूक्रेन FPV ड्रोन का प्रोडक्शन बढ़ा रहा है.

हम रूस को अंधेरे में पहुंचा देंगे- यूक्रेन

हांलाकि रूस ने दावा किया है. उसने ऐसे 58 ड्रोन मार गिराए, जबकि कई ड्रोन आबादी से दूर गिरे थे, लेकिन यूक्रेन का कहना है कि FPV ड्रोन से रूस के 10 पावर स्टेशन पर हमला किया. आगे भी ऐसे हमले जारी रहेंगे. हम रूस को अंधेरे में पहुंचा देंगे. रूस ने युद्धविराम की पहली शर्त रखी थी कि एनर्जी सेक्टर पर हमले ना किए जाएं, लेकिन यूक्रेन ने ये शर्त नहीं मानी. इससे साबित होता है कि जेलेंस्की युद्धविराम के लिए गंभीर नहीं हैं. यही वजह है कि रूस के पावर स्टेशन पर हमले किए जा रहे हैं.

इन हमलों से पावर स्टेशन पूरी तरह तबाह हो गए, जिससे बेलगोरोद और दूसरे इलाको में करीब 1 लाख से ज्यादा घरों की बिजली सप्लाई रूक गई. इसके अलावा लुहांस्क और डोनेस्क में भी रूस के कब्जे वाले इलाकों पर ड्रोन वर्षा यूक्रेन ने की, जिसमें रूस के 109 सैनिकों को मारने का दावा किया है, जिससे रूस बौखलाकर यूक्रेन पर हमले कर रहा है.

ब्यूरो रिपोर्ट, TV9 भारतवर्ष

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