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नाटो का डर या पुतिन की नई चाल… आखिर सेना में अब तक की सबसे बड़ी भर्ती क्यों कर रहा रूस?

नाटो का डर या पुतिन की नई चाल... आखिर सेना में अब तक की सबसे बड़ी भर्ती क्यों कर रहा रूस?

रूस के राष्ट्रपति पुतिन.

रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने देश में अब तक की सबसे बड़ी सैन्य भर्ती में से एक की घोषणा की है. इस बार 1.60 लाख युवाओं को सेना में शामिल किया जा रहा है, जो 2011 के बाद से सबसे बड़ा आंकड़ा है. यह भर्ती 18 से 30 वर्ष की आयु के पुरुषों के लिए है और रूस की सैन्य शक्ति को मजबूत करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है.

रूस ने हाल ही में अपनी सेना का आकार 2.39 मिलियन तक बढ़ाने और सक्रिय सैनिकों की संख्या 1.5 मिलियन तक करने का लक्ष्य रखा है. अगले तीन वर्षों में इसमें 1.80 लाख सैनिकों की वृद्धि की जाएगी. इस भर्ती प्रक्रिया की घोषणा ऐसे समय में की गई है जब यूक्रेन युद्ध में भारी नुकसान झेलने के बावजूद रूस सैन्य ताकत बढ़ाने पर जोर दे रहा है.

नए रंगरूटो की होगी जमकर भर्ती

हालांकि, रूस के वाइस एडमिरल व्लादिमीर त्सिमल्यांस्की ने स्पष्ट किया है कि इन नए रंगरूटों को यूक्रेन युद्ध में नहीं भेजा जाएगा. लेकिन पिछले कुछ महीनों में ऐसी रिपोर्ट्स आई हैं जिनमें दावा किया गया है कि रूसी सीमा क्षेत्रों में लड़ाई के दौरान कई रंगरूट मारे गए हैं. युद्ध के शुरुआती महीनों में भी कुछ रंगरूटों को यूक्रेन में तैनात किया गया था.

क्या दबाव के कारण हो रही भर्ती?

इस भर्ती प्रक्रिया के तहत युवाओं को न केवल डाक के माध्यम से बल्कि सरकारी वेबसाइटों पर ऑनलाइन नोटिस देकर भी बुलाया जा रहा है. रिपोर्ट्स के अनुसार, मॉस्को में 1 अप्रैल को ही कॉल-अप नोटिस जारी कर दिए गए थे. कई युवा सैन्य सेवा से बचने के लिए “वैकल्पिक नागरिक सेवा” (Alternative Civilian Service) का रास्ता अपना रहे हैं, लेकिन विशेषज्ञों का कहना है कि हर नई भर्ती के साथ सेना में शामिल होने का दबाव और बढ़ता जा रहा है.

उत्तर कोरिया से भी मंगवा रहा सैनिक

रूस न केवल अपनी आंतरिक भर्ती प्रक्रिया को तेज कर रहा है बल्कि उत्तर कोरिया जैसे देशों से भी सैनिकों की भर्ती कर रहा है. यूक्रेन युद्ध में अब तक रूस के 1 लाख से अधिक सैनिकों के मारे जाने की पुष्टि की जा चुकी है और वास्तविक संख्या इससे दोगुनी हो सकती है. रूस ने बार-बार अपनी सेना का आकार बढ़ाया है, जिसमें सबसे हालिया विस्तार दिसंबर 2023 में “नाटो के बढ़ते खतरे” के जवाब में किया गया था.

नाटो ने पुतिन के साथ ऐसे किया खेल

इस बीच, नाटो ने फिनलैंड और स्वीडन को अपने संगठन में शामिल कर रूस पर रणनीतिक दबाव बढ़ा दिया है. फिनलैंड की सरकार ने घोषणा की है कि वह अपनी रक्षा बजट को 3% तक बढ़ाएगी और पोलैंड तथा बाल्टिक देशों की तरह प्रतिबंधित एंटी-पर्सनल माइंस का उपयोग फिर से शुरू करेगी. इससे यूरोप में रूस के खिलाफ सैन्य तैयारियों में तेजी देखने को मिल रही है.

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