
ड्रग माफियाओं पर एक्शन लेकर खुद ही फंस गए मैक्रों.
छेड़ोगे तो छोड़ेंगे नहीं… चाहे जो भी हो. फिर वो सख्त प्रशासन ही क्यों न हो. इन दिनों फ्रांस के ड्रग माफिया कुछ इसी तरह की सोच रखने लगे है. हाल ही में, फ्रांस में नशे को लेकर सख्त मुहिम चलने लगी है. कई ड्रग माफियाओं को अरेस्ट भी किया गया. बस सरकार का इतना छेड़ना ही खुद अब सरकार को ही भारी पड़ गया. दरअसल इस कार्रवाई के बाद सोमवार देर रात वहां की जेलों पर ताबड़तोड़ हमला किए गए. इन हमलों ने मैक्रों के देश को पूरी तरह से झकझोर कर रख दिया.
फ्रांस के न्याय मंत्री जेराल्ड डारमैनिन ने मंगलवार को इन हमलों की पुष्टि करते हुए बताया कि देश के कई कारागारों को निशाना बनाया गया है. हमलावरों ने जेलों के बाहर खड़ी गाड़ियों को आग के हवाले कर दिया और एक जगह तो ऑटोमैटिक हथियारों से गोलीबारी भी की गई. इन हमलों को ड्रग माफिया के खिलाफ सरकार की कठोर कार्रवाई से जोड़कर देखा जा रहा है.
ऑटोमैटिक हथियारों से गोलीबारी
न्याय मंत्री डारमैनिन ने बताया कि टूलॉन शहर की जेल भी इन हमलों की चपेट में आई है. उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘X’ पर लिखा कि जेल स्टाफ को डराने की कोशिश की गई है. उन्होंने लिखा, ‘कई जेलों में स्टाफ को डराने की कोशिश की गई है, जिसमें गाड़ियों को जलाने से लेकर ऑटोमैटिक हथियारों से गोलीबारी तक की घटनाएं शामिल हैं.’ मंत्री ने यह भी कहा कि वह टूलॉन जा रहे हैं ताकि प्रभावित अधिकारियों को समर्थन दे सकें.
माफियाओं पर शिकंजा कसना पड़ा भारी
फ्रांस में हाल के सालों में नशीली दवाओं के कारोबार को नियंत्रित करने के लिए कई कड़े कदम उठाए गए हैं. सरकार ने विशेष रूप से संगठित आपराधिक गिरोहों और माफिया नेटवर्क पर शिकंजा कसना शुरू किया है, जिससे इन गिरोहों की प्रतिक्रियाएं सामने आने लगी हैं. ऐसा माना जा रहा है कि जेलों पर हमला इन्हीं नेटवर्क की ओर से सरकार को चेतावनी देने की कोशिश है.
सरकार झुकेगी नहीं- न्याय मंत्री
डारमैनिन ने अपने बयान में स्पष्ट किया कि फ्रांस सरकार इन आपराधिक नेटवर्कों के सामने झुकने वाला नहीं है. उन्होंने कहा, ‘फ्रांस नशीले पदार्थों की तस्करी की समस्या से जूझ रहा है और ऐसे ठोस कदम उठा रहा है जो इन अपराधी नेटवर्कों को बुरी तरह हिला देंगे.’ सरकार की इस सख्ती से यह संकेत मिल रहा है कि आने वाले समय में और भी कड़ी कार्रवाई की जा सकती है.
हमलावरों की तलाश तेज
फिलहाल, इन हमलों में किसी के हताहत होने की खबर नहीं है, लेकिन जेल स्टाफ की सुरक्षा और आम नागरिकों की चिंता को देखते हुए देश में सुरक्षा व्यवस्था बढ़ा दी गई है. टूलॉन समेत प्रभावित इलाकों में अतिरिक्त पुलिस बल तैनात किया गया है और हमलावरों की तलाश तेज कर दी गई है. फ्रांस में कानून व्यवस्था को चुनौती देने वाले इस घटनाक्रम ने सरकार को और ज्यादा सतर्क कर दिया है.