
शेयर बाजार
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के टैरिफ नीति से अमेरिकी शेयर बाजार समेत दुनियाभर में हाहाकार मचा हुआ है. ट्रंप के फैसले के बाद कई देशों में 12 % से ज्यादा की गिरावट देखने को मिल रही है. लगातार हो रही इस गिरावट ने सबके माथे पर चिंता की लकीरें खींच दी हैं. प्रेसिडेंट ट्रंप से जब टैरिफ वार को लेकर सवाल किया तो उनका हैरान कर देने वाला जवाब सामने आया है.
ट्रंप से जब सवाल किया गया कि टैरिफ लगाए जाने के बाद दुनियाभर में गिरावट देखने को मिल रही है, इस पर आप क्या कहेंगे? इस सवाल के जवाब में ट्रंप ने बयान दिया कि मैं नहीं चाहता कि कुछ भी गिरे, लेकिन, कभी-कभी, आपको कुछ चीजों को ठीक करने के लिए ऐसी दवाइयां पिलानी पड़ती हैं.
ट्रंप के इस बयान के बाद ऐसा कहा जा रहा है कि उनको दुनिया भर में बाजारों में मचे हाहाकार से उन्हें कोई खास फर्क नहीं पड़ रहा है. अमेरिकी शेयर बाजार में भयंकर गिरावट देखने को मिल रही है.
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दुनियाभर के शेयर मार्केट धड़ाम
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा नई टैरिफ पॉलिसी लागू किए जाने के बाद से दुनियाभर के शेयर बाजार में कोहराम मचा हुआ है. फार्मा, आईटी और ऑटो सेक्टर के शेयरों में भारी गिरावट देखी जा रही है. ऑस्ट्रेलिया स्टॉक मार्केट में 6 प्रतिशत से ज्यादा की गिरावट देखने को मिल रही है, वहीं साउथ कोरिया के बाजार में 5 प्रतिशत, जापान में 10 प्रतिशत से ज्यादा की गिरावट देखी गई है.
ट्रंप के फैसले का असर पूरी दुनिया पर हो रहा है. चीन का मार्केट 10 प्रतिशत डाउन है तो वहीं हांगकांग का मार्केट 10 प्रतिशत से ज्यादा गिर गया है.
अमेरिकी शेयर बाजार वॉल स्ट्रीट पर नजर रखने वाले एक्सपर्ट की माने तो बाजार में अभी 15-20% प्रतिशत की और गिरावट देखने को मिल सकती है. एक्सपर्ट की इस भविष्यवाणी के बाद लोगों की टेंशन बढ़ गई है.
मंदी का खतरा मंडराया
अमेरिका ने भारतीय उत्पादों पर 26% टैरिफ लगाया और अन्य देशों पर 10% आयात शुल्क लगाया. चीन ने पलटवार करते हुए 34 प्रतिशत टैरिफ लगाया तो वही कनाडा ने अमेरिकी वाहनों पर 25% टैरिफ लगा दिया है. इसके कारण लोगों में टेंशन का माहौल है. आयात किए गए सामानों पर लगाए गए 10% के नए टैरिफ और दर्जनों देशों पर लगाए गए जवाबी टैरिफ से व्यापारी घबरा गए हैं. यही कारण है बड़ी मात्रा में बाजार से पैसा बाहर निकाला जा रहा है, जिससे भारी गिरावट देखने को मिल रही है.
ट्रंप के टैरिफ फैसले से वैश्विक बाजारों में महंगाई की आशंका बढ़ी है, जिससे मंदी का खतरा गहराता दिख रहा है. विशेषज्ञों का मानना है कि टैरिफ के कारण आयातित सामानों की कीमतें बढ़ेंगी.