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जिनपिंग-पुतिन छोड़िए, ये तानाशाह है अमेरिकी राष्ट्रपति का BFF, मस्क से ज्यादा मिलती है तवज्जो

जिनपिंग-पुतिन छोड़िए, ये तानाशाह है अमेरिकी राष्ट्रपति का BFF, मस्क से ज्यादा मिलती है तवज्जो

एल सल्वाडोर के राष्ट्रपति नायब बुकेले के साथ बढ़ रही है ट्रंप की दोस्ती

जब भी अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की खास दोस्तियों की बात होती है, तो टेस्ला और एक्स (पहले ट्विटर) के मालिक एलन मस्क का नाम सबसे पहले ज़ेहन में आता है. ट्रंप ने उन्हें न सिर्फ सार्वजनिक मंचों पर सराहा, बल्कि अपनी सरकार में अहम जिम्मेदारियां भी दीं.

लेकिन अब ट्रंप की इस फेवरेट लिस्ट में एक नया और बेहद दिलचस्प नाम जुड़ गया है. छोटे से देश एल सल्वाडोर के राष्ट्रपति, नायब बुकेले. बुकेले न सिर्फ अपने फैसलों को लेकर सुर्खियों में रहते हैं, बल्कि अब ट्रंप से उनकी गहरी बॉन्डिंग भी चर्चा का विषय बन चुकी है. आइए जानते हैं उनके बारे में.

कब आई बुकेले-ट्रंप की दोस्ती चर्चा में?

ट्रंप ने सोशल मीडिया पर बुकेले को President B कहकर संबोधित किया और उनकी सख्त अपराध विरोधी नीतियों की जमकर तारीफ की. व्हाइट हाउस में दोनों नेताओं की मुलाकात के दौरान एक नया डिपोर्टेशन डील भी सामने आया, जिसके तहत अमेरिका से निर्वासित किए गए संदिग्धों को बुकेले की सुपरमैक्स जेल में रखा जाएगा चाहे उनके खिलाफ पुख्ता सबूत हों या नहीं. आइए जानते हैं बुकेले के बारे में जो दुनिया में कूल तानाशाह के नाम से मशहूर हैं.

कौन है नायब बुकेले

बुकेले की पहचान एक ‘कूल तानाशाह’ की बन चुकी है. 43 साल के इस राष्ट्रपति ने सोशल मीडिया, बिटकॉइन और सहारे अपनी राजनीति खड़ी की है. 2019 में सत्ता में आने के बाद उन्होंने एल सल्वाडोर को दुनिया का पहला ऐसा देश बना दिया जिसने बिटकॉइन को आधिकारिक मुद्रा का दर्जा दिया.

उनका सबसे विवादित कदम था 2022 में लागू किया गया स्टेट ऑफ एक्सेप्शन, जिसमें संविधान के कई अधिकार निलंबित कर दिए गए. इसके बाद देश में गैंग अपराध के नाम पर 75,000 से ज्यादा लोगों को गिरफ्तार किया गया. इन कैदियों को टेकोलुका शहर की उस हाई-सिक्योरिटी जेल में रखा गया है, जहां न पढ़ाई की इजाज़त है, न परिवार से मिलने की.

बुकेले की लोकप्रिता 85फीसदी से ऊपर

मानवाधिकार संगठनों ने बुकेले के शासन में मनमानी गिरफ्तारियों, टॉर्चर और हिरासत में मौतों की निंदा की है, लेकिन बुकेले की लोकप्रियता 85 फीसदी से ऊपर बनी हुई है. दिलचस्प ये भी है कि फिलिस्तीनी मूल के होने के बावजूद बुकेले का झुकाव इजराइल की ओर उन्होंने हमास को “जानवरों जैसा आतंकवादी” कहकर उसकी खुलकर आलोचना की थी. अब जबकि ट्रंप फिर से विश्व राजनीति के केंद्र में हैं, बुकेले जैसे नेता उनके ‘नए दोस्त’ बनकर एक अलग ही किस्म की गठबंधन राजनीति को जन्म दे रहे हैं.

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