उत्तर प्रदेश

जनप्रतिनिधियों ने फाइलेरिया की दवा खाकर निभाई जिम्मेदारी : सीएमओ

प्रयागराज, 10 फरवरी (हि.स.)। लाइलाज बीमारी फाइलेरिया के उन्मूलन के लिए ट्रिपल ड्रग थेरेपी (आईडीए) अभियान शनिवार से शुरू हो गया, जो 28 फरवरी तक चलेगा। इसकी शुरूआत सभी 13 ब्लॉक के ग्राम प्रधान, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के अधीक्षक, विद्यालयों में अध्यापकों ने खुद फाइलेरिया से बचाव की दवा खाकर किया। इस दौरान फाइलेरिया उन्मूलन के लिए दवा खाने की शपथ भी दिलायी गयी।

मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ आशु पाण्डेय व जनप्रतिनिधियों ने लोगों से फाइलेरिया की दवा खाने की अपील की। सीएमओ ने कहा कि फाइलेरिया से लड़ाई सभी 13 ब्लॉक में रह रहे लोगों को संगठित होकर लड़नी होगी। गर्भवती और अति गम्भीर बीमार को छोड़कर फाइलेरिया की दवा का सेवन सभी को करना होगा तभी इससे बचाव सम्भव है। क्षेत्र के लोगों से यह अपील है कि वह अपने क्षेत्र में आशा कार्यकर्ता का सहयोग करें।

–पूरी तरह सुरक्षित है दवा

जिला मलेरिया अधिकारी डॉ. आनंद सिंह ने बताया कि फाइलेरिया रोधी दवाएं पूरी तरह सुरक्षित हैं। इनका कोई विपरीत प्रभाव नहीं है, फिर भी किसी को दवा खाने के बाद उल्टी, चक्कर, खुजली या जी मिचलाने जैसे लक्षण होते हैं तो यह इस बात का प्रतीक है की उस व्यक्ति के शरीर में फाइलेरिया के परजीवी मौजूद हैं। इससे घबराएं नहीं क्योंकि यह लक्षण कुछ समय बाद स्वतः ठीक हो जाते हैं। यह दवा दो वर्ष से कम उम्र के बच्चे, गम्भीर बीमारी से ग्रसित और गर्भवती को नहीं खानी है। इसका सेवन खाली पेट नहीं करना है।

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