
इजराइल ने फिलिस्तीन और ईरान से पंगा लेते-लेते अब ब्रिटेन से भी पंगा ले लिया है. ब्रिटेन के विदेश सचिव डेविड लैमी ने शनिवार को कहा कि यह ‘अस्वीकार्य’ और अत्यंत चिंताजनक है कि इजराइल ने ब्रिटेन के दो सांसदों को हिरासत में लिया और उन्हें प्रवेश देने से मना कर दिया. दरअसल ब्रिटिश मीडिया के मुताबिक, सत्तारूढ़ लेबर पार्टी के युआन यांग और अब्तिसाम मोहम्मद लंदन से इजराइल के लिए रवाना हुए, लेकिन उन्हें इजराइल में एंट्री करने से रोक दिया गया और निर्वासित कर दिया गया.
लैमी ने एक बयान में कहा, “यह अस्वीकार्य, प्रतिकूल और अत्यंत चिंताजनक है कि इजराइल जाने वाले संसदीय प्रतिनिधिमंडल के दो ब्रिटिश सांसदों को इजराइली अधिकारियों ने हिरासत में ले लिया और उन्हें प्रवेश देने से मना कर दिया.”
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🚨BREAKING: Israel just told two antisemitic UK Labour MPs to KICK ROCKS.
Yuan Yang and Abtisam Mohamed were DENIED ENTRY into the Jewish state because theyre a security threat.
Israel is DONE playing nice with those who side with terrorists. No more red carpets for people who pic.twitter.com/3M2D9fizzV
— Jews Fight Back 🇺🇸🇮🇱 (@JewsFightBack) April 5, 2025
इजराइल के सामने कराया विरोध दर्ज
लैमी ने अपनी बयान में कहा कि मैंने इजराइल सरकार में अपने समकक्षों को साफ कर दिया है कि ब्रिटिश सांसदों के साथ इस तरह का व्यवहार नहीं किया जाना चाहिए और हम अपना समर्थन देने के लिए आज रात दोनों सांसदों के संपर्क में हैं.
इजराइल और ब्रिटेन के रिश्तों में दरार गाजा में हालिया हमलों के बाद आई है. ब्रिटिश सरकार का ध्यान युद्ध विराम की वापसी सुनिश्चित करने और खून-खराबे को रोकने, बंधकों को रिहा कराने और गाजा में संघर्ष खत्म करने पर है. जिसके चलते इजराइल ब्रिटेन के इस रुख से नाराज नजर आ रहा है.
गाजा में फिर शुरू हुआ सैन्य अभियान
पिछले महीने इजराइल ने युद्ध विराम तोड़ते हुए गाजा में फिर से हमले शुरू कर दिए हैं. इजराइल का कहना है कि यह आतंकवादियों से बंधकों को मुक्त करने के लिए मजबूर करने की रणनीति है.
गाजा के स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि पिछले महीने इजराइल के फिर से हमले शुरू करने के बाद से 1,249 लोग मारे गए हैं, जिससे युद्ध शुरू होने के बाद से मरने वालों की कुल संख्या 50,609 हो गई है.