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अमेरिका के घातक विमानों ने घेरा मध्य पूर्व, यमन ही नहीं ये मुस्लिम देश भी है निशाने पर!

हाल के दिनों में डिएगो गार्सिया में अमेरिकी सैन्य विमानों की भारी आवाजाही देखी गई है, जो एक बड़े हवाई ऑपरेशन की तैयारी का संकेत दे रही है. अमेरिका इतिहास में इस आईलैंड को मध्य पूर्व में स्ट्राइक करने के लिए इस्तेमाल कर चुका है और अब फिर से ऐसा कर सकता है. जनवरी में राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की वापसी के बाद से मध्य पूर्व में सबसे बड़े अमेरिकी सैन्य हमलों के बाद ऐसी गतिधियां बढ़ गई हैं, जिसमें यमन में हूती-नियंत्रित क्षेत्रों को निशाना बनाया गया.

मध्य पूर्व के चारों तरफ अमेरिका अपनी तैनाती बढ़ा रहा है और अपने घातक बॉम्बर तैनात कर रहा है, जिससे लग रहा है कि यमन के साथ-साथ ईरान पर भी हमला हो सकता है और इसकी आंच पूरी मध्य पूर्व पर आ सकती है.

अमेरिका ने यमन पर हमला करने के लिए डिएगो गार्सिया में अपने घातक हमलावर विमान तैनात किए हैं. सैन्य उड़ान ट्रैकिंग डेटा के ओपन सोर्स इंटेलिजेंस (OSINT) विश्लेषण के मुताबिक, कम से कम पांच बी-2 स्पिरिट स्टील्थ बॉम्बर और सात सी-17ए ग्लोबमास्टर III परिवहन विमान सुदूर हिंद महासागर बेस पर पहुंच चुके हैं.

यमन में अमेरिका के बढ़ सकते हैं हमले

यह ऐसे समय में हुआ है जब अमेरिकी रक्षा सचिव पीट हेगसेथ ने रविवार को पुष्टि की कि वाशिंगटन यमन के हूतियों पर तब तक हमला करना जारी रखेगा जब तक कि वे लाल सागर में वाणिज्यिक और सैन्य जहाजों पर अपना हमला बंद नहीं कर देते. यमन के स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक अमेरिका के जारी हवाई हमलों में अब तक कम से कम 53 लोग मारे गए, जो संघर्ष में महत्वपूर्ण वृद्धि को दर्शाता है.

एक अमेरिकी अधिकारी ने हाल ही में मीडिया को बताया कि हूतियों के खिलाफ ऑपरेशन कई हफ्तो तक चल सकता है, जिससे यह अटकलें लगाई जा रही हैं कि डिएगो गार्सिया में बी-2 बॉम्बर की तैनाती हवाई अभियानों के संभावित विस्तार का संकेत है.

मध्य पूर्व अमेरिका मचाने वाला है कोहराम!

इंटेलफ्रॉग ने के मुताबिक कम से कम 18 अमेरिकी वायु सेना केसी-135 टैंकर प्रशांत महासागर में ट्रैविस एएफबी (कैलिफोर्निया), डैनियल के. इनौये इंटरनेशनल एयरपोर्ट (हवाई) और एंडरसन एएफबी (गुआम) पर तैनात है. एक साथ कई ठिकानों पर इतने सारे टैंकरों की मौजूदगी बड़े पैमाने पर स्ट्राइक विमानों की तैनाती से पहले के जरूरी कदम को दिखाती है.

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